अनकही बातें (Ankahi baatein) – A Hindi poem by DurgaS | Jan 19, 2017 | durga, Poetry | 2 | अनकही बातें कई तुमसे कहनी थीं पास आकर बैठो हाल-ए-दिल ज़रा सुनलो तुम्हें मालूम था परेशानी मेरी... Read More
Barsaat ki yaad – Hindi poem by DurgaS | Jul 22, 2016 | durga, Poetry | 12 | गीली मिट्टी की सोंधी खुशबू से एक याद चली आती है भीगती थी जब पानी में वो बरसात याद आती है ... Read More
Badal (Clouds) – A Hindi poem by DurgaS | Jun 12, 2016 | durga, Poetry | 4 | यूँ चलते चलते जब नज़र ऊपर उठी एक अलग ही दुनिया मुझको दिखी विपरीत और विभिन्न, स्वच्छ और निर्मल नीला... Read More